क्या है वेस्ट नाइल फीवर, जानिए इसके लक्षण और बचाव के उपाय
वेस्ट नाइल फीवर एक प्रकार का मच्छरों द्वारा फैलाई जाने वाली बीमारी है
वेस्ट नाइल फीवर एक प्रकार का मच्छरों द्वारा फैलाई जाने वाली बीमारी है
जो कि ज्यादातर अफ्रीका और यूरोप और दूसरे देशों में ज्यादातर पाई जाती है
जो कि ज्यादातर अफ्रीका और यूरोप और दूसरे देशों में ज्यादातर पाई जाती है
हमारे देश में केरल में पहले इस प्रकार के केस आ चुके हैं
हमारे देश में केरल में पहले इस प्रकार के केस आ चुके हैं
पहले केरल में 2011 में वेस्ट नाइल बुखार का पहला मामला सामने आया था
पहले केरल में 2011 में वेस्ट नाइल बुखार का पहला मामला सामने आया था
अब तक कोझिकोड जिले में पांच मामले सामने आए हैं
अब तक कोझिकोड जिले में पांच मामले सामने आए हैं
मुख्य लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, चक्कर और स्मृति का अभाव होता है
मुख्य लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, चक्कर और स्मृति का अभाव होता है
कुछ लोगों को बुखार, सिरदर्द, उल्टी और खुजली जैसे लक्षण होते हैं
कुछ लोगों को बुखार, सिरदर्द, उल्टी और खुजली जैसे लक्षण होते हैं
वेस्ट नाइल वायरस के खिलाफ कोई दवा या टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए सूचात्मक उपचार और रोकथाम महत्वपूर्ण हैं
वेस्ट नाइल वायरस के खिलाफ कोई दवा या टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए सूचात्मक उपचार और रोकथाम महत्वपूर्ण हैं
केरल सरकार ने 7 मई को बताया कि थ्रिस्सूर, मलप्पुरम और कोझिकोड जिलों में पश्चिम नीले बुखार के मामले सामने आए हैं
केरल सरकार ने 7 मई को बताया कि थ्रिस्सूर, मलप्पुरम और कोझिकोड जिलों में पश्चिम नीले बुखार के मामले सामने आए हैं
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