Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और शानदार बल्लेबाज गौतम गंभीर को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। बीसीसीआई ने गौतम गंभीर को टीम इंडिया का नया मुख्य कोच बनाने के लिए संपर्क किया है। यह खबर क्रिकेट फैंस के लिए किसी खुशी की लहर से कम नहीं है, क्योंकि गंभीर की मेंटरशिप और कोचिंग के अनुभव को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
आईपीएल में गंभीर की मेंटरशिप
गौतम गंभीर ने आईपीएल में लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) जैसी टीम को दो बार प्लेऑफ में पहुंचाया और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को भी शीर्ष पर लाया। यह दिखाता है कि गंभीर मेंटर और कोच के रूप में कितने प्रभावशाली हो सकते हैं। उनके नेतृत्व में टीमें शानदार प्रदर्शन करती हैं, और वे खिलाड़ियों को हमेशा समर्थन देते हैं। यही वजह है कि भारतीय क्रिकेट फैंस के बीच गंभीर को कोच बनाने की खबर ने उत्साह भर दिया है।
टीम इंडिया का ट्रांजीशन फेज
भारतीय क्रिकेट टीम आने वाले समय में एक बड़े ट्रांजीशन फेज से गुजरने वाली है। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ी जल्द ही क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। इस स्थिति में टीम इंडिया को एक ऐसे कोच की आवश्यकता होगी जो इस ट्रांजीशन फेज में टीम को सही दिशा दिखा सके। एमएस धोनी के समय में उन्होंने कोहली को तैयार किया था, जिससे उनके बाद का ट्रांजीशन फेज आसानी से गुजर गया था। लेकिन कोहली और रोहित के जाने के बाद यह ट्रांजीशन फेज काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऐसे में गौतम गंभीर की मेंटरशिप टीम इंडिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है।
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स्टार कल्चर के खिलाफ गंभीर
भारतीय क्रिकेट में स्टार कल्चर काफी हावी है, जहां खिलाड़ी खुद को टीम से भी बड़ा समझने लगते हैं। गौतम गंभीर हमेशा इस स्टार कल्चर के खिलाफ रहे हैं। उनका मानना है कि टीम का खेल पर फोकस होना चाहिए न कि व्यक्तिगत शोहरत पर। गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया इस स्टार कल्चर से बच सकती है और अपने खेल पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकती है।
नॉकआउट मुकाबलों में परफॉर्मेंस
गौतम गंभीर को एक बड़े मैच का खिलाड़ी माना जाता है। उन्होंने दो वर्ल्ड कप जीते हैं और पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़ी भिड़ंतों में शानदार प्रदर्शन किया है। नॉकआउट मुकाबलों में टीम इंडिया की परफॉर्मेंस को सुधारने में गंभीर का अनुभव काफी मददगार साबित हो सकता है। वे खुद भी बड़े मैचों में प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटते और टीम को भी प्रोत्साहित करते हैं।
गौतम गंभीर की कोचिंग में यंग खिलाड़ियों की सुरक्षा
गंभीर की कोचिंग में युवा खिलाड़ी खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे और उन्हें खुद को साबित करने का अवसर मिलेगा। एलएसजी के कोच के रूप में गंभीर ने अपनी टीम के खिलाड़ियों के लिए हमेशा खड़े रहे हैं। जब नवीन उल हक और विराट कोहली के बीच विवाद हुआ था, तो गंभीर ने कोहली के कद और स्थिति की परवाह किए बिना अपने खिलाड़ी का समर्थन किया। यह दर्शाता है कि गंभीर हमेशा अपनी टीम के लिए खड़े रहते हैं और उन्हें सुरक्षा प्रदान करते हैं।
बीसीसीआई का फैसला
ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई ने गौतम गंभीर को टीम इंडिया का मुख्य कोच बनने के लिए संपर्क किया है। इससे पहले, स्टीफन फ्लेमिंग से भी बातचीत हुई थी, लेकिन वे 2027 तक कमिटमेंट देने के लिए तैयार नहीं थे। इसलिए, बीसीसीआई ने एक भारतीय कोच पर ध्यान केंद्रित किया और गंभीर का नाम सबसे पहले आया। वीवीएस लक्ष्मण का भी नाम इस रेस में शामिल था, लेकिन वे इस जिम्मेदारी के लिए तैयार नहीं हैं। उनके पास दूसरी जिम्मेदारियां हैं, जो उन्हें इस भूमिका से दूर रखती हैं।
आलोचनाओं के बावजूद गंभीर का चयन
गौतम गंभीर कोचिंग के लिए एक अहम कैंडिडेट नजर आ रहे हैं, भले ही उनके पास ज्यादा अनुभव नहीं है। उनकी कोचिंग और मेंटरशिप को देखते हुए, आईपीएल में उन्होंने जो प्रदर्शन किया है, उसे ध्यान में रखते हुए, यह माना जा रहा है कि गंभीर एक बेहतरीन कोच साबित हो सकते हैं। हालांकि, उनके खिलाफ कुछ आलोचनाएं भी रही हैं। कई मौकों पर उन्हें खिलाड़ियों को ब्लेम करने के लिए सुना गया है, लेकिन हर खिलाड़ी के कुछ प्रोज और कॉन्स होते हैं। गंभीर के भी कई प्रोज हैं और कई कॉन्स भी। लेकिन उनके काम को देखते हुए ऐसा लगता है कि वे भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक बेहतरीन कोच साबित हो सकते हैं।
भारतीय कोच का महत्व
सबसे बड़ी बात यह है कि एक देसी खिलाड़ी को ही कोच बनाने पर फोकस किया जा रहा है। गौतम गंभीर से बेहतर खिलाड़ी फिलहाल इस सिनेरियो में नजर नहीं आ रहा है। वे हर एक बॉक्स को टिक करते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपने फेलियर को ओवरकम किया है और हर मौके पर खुद को प्रूव किया है। इसी को देखते हुए, अब यह बात तेज हो गई है कि गौतम गंभीर को कोच बना ही देना चाहिए।
गंभीर की कोचिंग में यंग खिलाड़ियों की प्रेरणा
गौतम गंभीर की कोचिंग में युवा खिलाड़ी खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे और उन्हें खुद को साबित करने का अवसर मिलेगा। गंभीर की कोचिंग में युवा खिलाड़ी खुद को प्रेरित और प्रोत्साहित महसूस करेंगे। गंभीर हमेशा टीम के लिए खड़े रहते हैं और खिलाड़ियों को समर्थन देते हैं।
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राजनीतिक हस्तक्षेप की अटकलें
इस बीच, एक और सिनेरियो बन रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि गौतम गंभीर को एक साजिश के तहत कोच बनाया जा रहा है। यहां पर बीजेपी का हाथ होने की बात बताई जा रही है। आईपीएल के ठीक पहले गंभीर ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया और अब बीसीसीआई के एक अहम पद पर मौजूद जय शाह, जो कि गृह मंत्री अमित शाह के बेटे हैं, ने यह निर्णय लिया है। हालांकि, इन अटकलों का कोई ठोस प्रमाण नहीं है, लेकिन बातें हमेशा चलती रहती हैं।