Dengue machar: बारिश का मौसम जहां गर्मी से राहत देता है, वहीं दूसरी तरफ बहुत तरह की बीमारियां भी लाता है। इस मौसम में मलेरिया, स्किन इंफेक्शन, डेंगू, और वायरल फीवर जैसी बीमारियां आम हो जाती हैं। बारिश के मौसम में डेंगू का फीवर लोगों को बहुत परेशान करता है।
About Dengue
Dengue मच्छर सिर्फ दिन के समय में ही काटते हैं। जब ये किसी इंसान को काटते हैं, तो उसमें अपना वायरस छोड़ जाते हैं। धीरे-धीरे यह वायरस हमारी पूरी बॉडी को प्रभावित करता है। डेंगू मच्छर(Dengue machar) के काटने से शरीर में ब्लड प्लेटलेट्स की कमी होती है। प्लेटलेट्स शरीर में बहने वाले सेल्स होते हैं जो हड्डियों के अंदर का खून होता है। जब हमें चोट लगती है, तो हमारा खून बहना शुरू होता है। हमारे शरीर के प्लेटलेट्स इस खून के बहन को रोकते हैं। जब शरीर में प्लेटलेट्स की कमी होती है, तो कटे हुए हिस्से से ब्लड फ्लो का रुकना मुश्किल हो जाता है।
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National Dengue Day 2024
डेंगू एक ऐसा बुखार है जिससे कई लोग समय-समय पर ग्रसित होते रहे हैं। ऐसा देखा गया है कि डेंगू बच्चों को ज्यादा संक्रमित करता है। इस बीमारी के सामान्य लक्षण हैं तेज सर दर्द, हो ना जोड़ों में मांसपेशियों में और शरीर में दर्द, तेज बुखार, चिड़चिड़ापन, महसूस करना। डेंगू ज्यादा तेजी से बरसात के मौसम में फैलता है। अब मई का महीना खत्म होने वाला है और जून के महीने से भारत में बरसात का मौसम शुरू हो जाता है, ऐसे में यह बीमारी तेजी से फैलती है। डेंगू के प्रति जागरूकता के लिए हर साल स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय(Ministry of Health and Family Welfare, Government of India) की तरफ से 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस(National Dengue Day) मनाया जाता है।
How soon after exposure do dengue symptoms appear | डेंगू किस मच्छर के काटने से होता है
बता दें, डेंगू एडिस मच्छर के काटने से इंसानों में फैलता है। वह मादा एडिस मच्छर है, जो दिखने में सामान्य मच्छरों से कुछ अलग होते हैं। इसके शरीर पर चीते जैसी धारियां बनी होती हैं। यह मच्छर अक्सर दिन में काटते हैं, इसलिए हमें इस वक्त का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि शाम और दिन के वक्त हमें मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए। मादा एडिस मच्छर काटने के बाद, डेंगू के लक्षण शुरू हो सकते हैं। मरीज़ को मच्छर के काटने के तीन से पांच दिन बाद ही लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं।
इसके लक्षण कुछ ऐसे होते हैं: अचानक तेज बुखार आना, सिर में आगे की ओर तेज दर्द होना, आंखों में दर्द होना, बदन और जोड़ों में तेज दर्द, स्वाद न आना , भूख ना लगना, छाती के ऊपरी अंगों पर दाने होना, चक्कर आना, घबराहट और कभी-कभी उल्टी आना शामिल हे।
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जब डेंगू मच्छर(Dengue machar) काटता है, तो बहुत तेज बुखार आता है और सिर में तेज दर्द होता है। कभी-कभी यह बुखार 104 डिग्री से भी ऊपर पहुंच जाता है। इसके साथ ही शरीर पर लाल निशान भी दिखाई देते हैं। इस दौरान पूरे शरीर में दर्द होता है, साथ ही जोड़ों में भी भारी दर्द होता है। खाने का पचाने में भी दिक्कत होती है। साथ ही उल्टी होना, भूख कम लगना, और ब्लड प्रेशर कम हो जाना भी इसके कुछ अन्य लक्षण हैं। डेंगू बुखार में चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना, और बॉडी में प्लेटलेट्स की कमी हो जाना खास लक्षण होता है।
इस बीमारी के उपचार के लिए सही निदान करना महत्वपूर्ण है। डेंगू की सही निदान ब्लड टेस्ट द्वारा किया जाता है, जिसमें इम्यूनोलॉजिकल(immunologic) टेस्ट और आईजीई(IgE)), आईएम(IgM) टेस्ट शामिल होते हैं। इसमें प्लेटलेट काउंट के साथ-साथ पीसीवी और पीसीबी भी देखे जाते हैं। डेंगू के उपचार में पीसीबी देखने से हमें यह मालूम होता है कि खून कितना गाढ़ा है और कितना पानी कम हो गया है।
डेंगू से बचने के उपाय काफी सरल हैं। सबसे जरूरी है कि आप खुद को मच्छरों से बचाएं, जिससे यह वायरस इंसानी शरीर में प्रवेश करने से बचा जा सके। बारिश के मौसम में या मच्छरों के प्रदूषित क्षेत्रों में जाने से बचें। बारिश के मौसम में, कूलर के पानी को हर दो से तीन दिनों में बदलें, गमलों या सड़कों पर पानी जमा न होने दें। अगर आपके आसपास मच्छरों की संख्या अधिक है, तो मॉस्किटो रिपेलेंट का उपयोग करें। अपने घर, बच्चों के स्कूल, और ऑफिस की साफ-सफाई का भी ध्यान रखें।